Dr Rajendra Prasad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें एक महान नेता कहा. जो साहस और विद्वतापूर्ण उत्साह के प्रतीक थे. बता दें की, 28 फरवरी, 1963 को 78 वर्ष की आयु में डॉ राजेंद्र प्रसाद का निधन हो गया था.
Dr Rajendra Prasad की आज है जयंती
द हिन्दू से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) भारत की संस्कृति में दृढ़ता से निहित थे और देश के विकास के लिए भविष्य की दृष्टि भी रखते थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर के कहा है की, “डॉ राजेंद्र प्रसाद जी (Dr Rajendra Prasad) को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं. एक महान नेता, वह साहस और विद्वतापूर्ण उत्साह के प्रतीक थे. वह दृढ़ता से भारत की संस्कृति में निहित थे. और भारत के विकास के लिए एक भविष्यवादी दृष्टि भी रखते थे.”
प्रधानमंत्री मोदी का अधिकारिक ट्वीट…
Remembering Dr. Rajendra Prasad Ji on his birth anniversary. A legendary leader, he epitomised courage and scholarly zeal. He was firmly rooted in India’s culture and also had a futuristic vision for India’s growth.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 3, 2022
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि
बता दें की, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी प्रथम राष्ट्रपति (Dr Rajendra Prasad) को श्रद्धांजलि दी है. बता दें की, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर के कहा है की, “भारत के पहले राष्ट्रपति और संविधान सभा के सदस्य, भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि. वह एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने भारतीय मूल्यों और परंपराओं के महत्व को सर्वोपरि रखते हुए सादगी, सेवा और बलिदान जीवन का उदाहरण पेश किया है.”

स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को हुआ था. उन्होंने 26 जनवरी, 1950 से 13 मई, 1962 तक देश के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. पेशे से वकील और विद्वान डॉ. प्रसाद एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे. वह अपने कानूनी करियर को छोड़ने के बाद जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के साथ आंदोलन में शामिल हो गए थे.
स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति थे डॉ. राजेंद्र प्रसाद
स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को महात्मा गांधी के समर्पित समर्थक के रूप में जाना जाता था. 1906 में एक छात्र के रूप में, प्रसाद ने एक स्वयंसेवक के रूप में एक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक में भाग लिया था. जिसने देश की स्वतंत्रता के प्रयासों में उनकी भागीदारी की शुरुआत को चिह्नित किया था.
ऑल इंडिया रेडियो द्वारा प्रसाद की स्मृति में शनिवार, 3 दिसंबर, 2022 को राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान के वार्षिक संस्करण का प्रसारण किया जाएगा. आकाशवाणी से व्याख्यान श्रृंखला 1969 से एक परंपरा रही है. अतीत में पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकरदयाल शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के अलावा हजारी प्रसाद द्विवेदी, महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन उनमें से हैं. जिन्होंने भारत के सांस्कृतिक लोकाचार और इसकी प्रगति पर व्यापक विषयों पर यह प्रतिष्ठित स्मारक व्याख्यान दिया है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला का व्याख्यान दूरदर्शन पर रात 10.30 बजे से प्रसारित किया जाएगा जैसा कि हर वर्ष किया जाता रहा है. बताया जा रहा है की, वर्ष का विषय “अमृत काल में भारतीयता” है. जो भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों के साथ मेल खाएगा.